lagi re lagan hey maa / BLOG / By Poetess Richa Rai लागी रे लगन ओं माँ एक तेरे नाम की भजन लिरिक्स लागी रे लगन ओं माँ एक तेरे नाम की भजन लिरिक्सलागी रे लगन ओं माँ एक तेरे नाम कीएक तेरे नाम की माँ एक तेरे नाम की भवसागर में भटकी भटकी थकी जिव आत्मा ज्ञान का दीप जला दो मिले परमात्मा ॥ हे माँ!.. पायी रे शरण तेरी कृपा श्री राम की लागी रे लगन ओं माँ एक तेरे नाम की गीत तेरा गाये बिना माँ भक्ति नही जागती दिल में बसाये बिना शक्ति नही जागती ॥ हे माँ!.. भगवती कहू के अम्बा जुदाई तेरे नाम की लागी रे लगन ओं माँ एक तेरे नाम की मन सारा मेल धोकर निर्मल मन कीजिये निर्मल बनाकर मन को सद्बुद्धि दीजिये ॥ हे माँ!.. अब न सताये हे माँ, चिन्ता धन धान्य कीलागी रे लगन ओं माँ एक तेरे नाम की एक तेरे दर्शन खातिर, एक तेरे प्यार मेंढूँढते फिरे हम तुझको, सारे संसार में॥ हे माँ!.. तुझे नहीं पाया तो यह, दुनियाँ किस काम कीलागी रे लगन ओं माँ एक तेरे नाम की ले चल हमें तू हे माँ, जहाँ तेरा वास होसब कुछ दिखाई दे माँ, इतना प्रकाश हो॥ हे माँ!.. अन्तिम अभिलाषा है माँ, पूर्ण विराम कीलागी रे लगन ओं माँ एक तेरे नाम की समझ नहीं आती हे माँ, कहाँ तेरा वास हैजिससे भी पूँछूँ हे माँ, करे परिहास है॥ हे माँ!.. अब तो है आशा केवल, शान्तिकुञ्ज धाम कीलागी रे लगन ओं माँ एक तेरे नाम की