हमे कठिन राह ही जंचती है,आसान न हमको भाए.....

आशा 

बेसिक शिक्षा उत्तरप्रदेश के पूर्व छात्र 

मेधावी छात्र छात्राओं के कौशल को हमसे साझा करें | चयनित विद्यार्थी को पुरष्कृत किया जायेगा एवं वेबसाइट पर प्रकाशित किया जाएगा |
 गुरुजन अपनी विशेष शिक्षण विधि / नवाचार/ गतिविधि साझा करें, वेबसाइट पर उनका नव प्रयोग एवं जीवनवृत प्रकाशित किया जायेगा |

सफलता संसाधन की मोहताज नहीं

आदरणीय जिलाधिकारी महोदय की गरिमामयी उपस्थिति मेरे विद्यालय पर

हमने पढी़ हमने सुनी हैं वेदो की ॠचाएं…….. लोकहित को पुनः आई ॠचा की कविताएं।।


 कवयित्री ॠचा राय की कविताएं मुख्यतः सामाजिक संदेश लिए हुए होती है । बड़े ही सरल भाषा में ह्रदय को स्पर्श करती उनकी लेखनी कभी नारी की पीड़ा दर्शाती है , कभी गर्भ में बेटी के दर्द को बयां करती है कभी खुले में शौच मुक्त अभियान को प्रबलता प्रदान करती दिखती है तो कभी किसान की पीड़ा सुनाती, कभी शिक्षकों को प्रेरणा देती हुई और कभी बच्चों को विद्यालय जाने को कहती हुई वह कई अनगिनत सामाजिक कुरीतियां पर प्रहार करती दिखती है। बालपन से ही प्रकृति प्रेमी एवं समाज के प्रति कोमल नजरिया रखने वाली ऋचा ने विज्ञान में स्नातक के बाद MBA एवं MCA डिग्री प्राप्त की । जीवन में एक घटना से प्रभावित हो ऋचा ने प्राइवेट नौकरी की चमक छोड़ गांव के बच्चों को शिक्षित करने की ठानी ,वहीं से गांवों की समस्याओं से रूबरू हो समाज सेवा के कार्य भी शुरु कर दिए , विचार दूरगामी करने हेतु उन्होंने अपने गीत और कविताओं का सहारा लिया, जिसमें उन्हें बहुत सफलता मिली।
ऋचा कहती हैं कि कविता हृदय पर प्रहार करती है, ह्रदय में स्थान बना लेती और धीरे-धीरे व्यवहार में भी परिवर्तन कर देती है| यह सामाजिक जागरूकता एवं विचार निर्माण हेतु अमोघ शस्त्र के समान है |
ग्रामीण परिवेश हेतु सरल भाषा में लिखा उनका साहित्य ग्रामवासियों के व्यव्हार को अनुकूल बनाने में निरंतर सहायक सिद्ध हो रहा है|

TEAM poetessricha.com

हम बेसिक शिक्षा के बच्चे भी आगे आएंगे…….. देश के गौरव बन अपना कर्तव्य निभाएंगे….